अमेठी। जनपद में बीजेपी कार्यकर्ताओं के धरने पर बैठते ही झुकी यूपी पुलिस, बीजेपी कार्यकर्ताओं के सामने गिड़गिड़ाते नजर आए एसएचओ। थाना प्रभारी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से मांगी माफी, वर्दी को शर्मशार करता वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
अब खबर विस्तार से, पुलिस की कार्यशैली के विरोध में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता कोतवाली परिसर में ही धरने पर बैठ गए और थाना प्रभारी को वहां से न हटाए जाने पर बात को आगे तक पहुंचाने की बात कही। । मामला गंभीर होता देख प्रभारी निरीक्षक ने धरने पर बैठे पदाधिकारियों से माफी मांगी तब कहीं जाकर मामला शांत हो सका।
दरअसल अमेठी के मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के सरुवांवा गांव के रहने वाले रामेंद्र जायसवाल जो भाजपा के भेटुआ मंडल के सक्रिय कार्यकर्ता भी हैं, का अपने पड़ोसी कुछ विवाद था। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने दोनों पक्षों का चालान करते हुए कोतवाली लाकर बंद कर दिया।
इसकी सूचना भेटुआ मंडल अध्यक्ष जय प्रकाश तिवारी को मिली तो वे कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को साथ लेकर थाने पहुंच कर बात को समझने की कोशिश करते हुए दोनों पक्षों में सुलह समझौता कराने की बात पुलिस से की तो पुलिस ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार कर दिया। मामला यहीं से बिगड़ गया, मंडल अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार की सूचना मिलते ही चारों ब्लॉक के मंडल अध्यक्ष व सैकड़ों कार्यकर्ता मुंशीगंज कोतवाली पहुंचकर परिसर में ही धरने पर बैठ गए और मुंशीगंज कोतवाल को हटाए जाने की मांग पर अड़ गए। मामला गंभीर होता गया लेकिन तभी कोतवाल ने पलटी मारी और सभी के सामने “वेरी सॉरी वेरी सॉरी” कहकर किसी तरह से धरने को समाप्त कराया लेकिन दोनों पक्षों से एक एक लोगों का चालान कर ही दिया।
बीजेपी नेता चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि कोतवाल मुंशीगंज ने हमारे मंडल अध्यक्ष जय प्रकाश तिवारी के साथ अभद्रता की है, जब तक इन्हें यहां से हटाया नहीं जाता है तब तक हम लोगों का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बाद में कोतवाल ने सभी के सामने माफी मांग ली है इसके बावजूद इनके न हटने तक हमारा विरोध जारी रहेगा।