सहारा जीवन न्यूज
अमेठी 7 जनवरी 2023 । परिवार नियोजन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए जिले में निर्धारित दिवस पर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें माह दिसम्बर तक दिये गये 1241 लक्ष्य के सापेक्ष 979 महिलाओं ने नसबंदी करा कर जिले को 78.88 प्रतिशत की मौजूदगी दर्ज करायी है। और जनपद को ए ग्रेड बनाने में कामयाब रहा। इसके अलावा पुरूष नसबंदी को भी आठ लोगो ने अपनाया है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ( नाम लिखिए ) ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका काफी सराहनीय है जो कि लगातार दंपत्ति को परिवार नियोजन के साधनों के प्रति जागरूक कर रही हैं।
नोडल अधिकारी डॉ. राम प्रसाद ने बताया बच्चों के जन्म में तीन साल का अंतराल रखने के लिए महिला के साथ ही साथ पुरुषों को भी आगे आने की जरूरत है। परिवार नियोजन में आपसी सहभागिता बहुत ज़रूरी है। परिवार को सीमित रखने व बच्चों में तीन साल का अंतराल रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई व स्थाई साधनों को अपनाए। उन्होंने बताया कि महिला नसबन्दी की अपेक्षा पुरुष नसबन्दी सरल व आसान है, पुरुष नसबन्दी बिना चीरा टांके की जाती है।जिससे पुरुष को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है,
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी शालू गुप्ता ने बताया कि सरकार की ओर से प्रसव पश्चात महिला नसबन्दी के लिए 3000 रूपये और आशा कार्यकता को को 400 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। सामान्य स्थिति में महिला नसबन्दी में 2000 रूपये और आशा कार्यकर्ता को भी 300 प्रोत्साहन राशि दी जाती है। पुरुष नसबन्दी के लिए लाभार्थी को 3000 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। उन्होंने कहा महिला नसबंदी प्रसव के सात दिन के भीतर, माहवारी शुरू होने के सात दिन के भीतर और गर्भपात होने के तुरंत बाद या सात दिन के अंदर करवाई जा सकती है। वह महिलाएं इस साधन को अपना सकती हैं जिनकी उम्र 22 वर्ष से अधिक और 49 वर्ष से कम हो।
जनपद में ब्लाक वार महिला नसबंदी की स्थिति-
अमेठी 52
बाजारशुकुल 124
भेटुआ 46
भादर 54
फुरसतगंज 67
गौरीगंज 98
जगदीशपुर 145
जामो 98
मुसाफिरखाना 59
संग्रामपुर 44
शाहगढ़ 41
सिंहपुर 46
तिलोई में 105