बलरामपुर। 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक संचालित होने वाले दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु अंतर विभागीय बैठक जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान के तहत संक्रामक बीमारियों के रोकथाम के लिए 13 विभागों की भूमिका निर्धारित की गई है। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार केसेस की निगरानी, संचारी रोग से बचाव संबंधी प्रचार प्रसार एवं व्यवहार परिवर्तन गतिविधियां, क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की खोज एवं उपचार की व्यवस्था, आईसीडीएस विभाग द्वारा कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उनको पोषाहार उपलब्ध कराना तथा आवश्यकता होने पर पोषण पुनर्वास केंद्रों पर उपचार हेतु रेफर करना, ग्रामीण विकास विभाग व पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम स्तर पर साफ सफाई, ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड व संचारी रोगों के विषय में निरंतर जागरूकता लाया जाना, नालियों की नियमित सफाई, फागिंग आदि कार्य करवाना, शिक्षा विभाग द्वारा दिमागी बुखार के कारण क्या है,बुखार होने पर क्या करें क्या ना करें के विषय में अभिभावकों को जागरूक किया जाना,पुस्तक वितरण के समय अभिभावकों का संवेदीकरण किया जाना एवं छात्रों की ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा कराई जाएगी,नगर विकास विभाग द्वारा नगर क्षेत्र में खुली नालियों को ढकने की व्यवस्था शहरी क्षेत्र में फागिंग करवाना, उथले हैंडपंपों का प्रयोग रोकने के लिए अपने लाल रंग से चिन्हित किये जाने का कार्य किया जाएगा, कृषि विभाग द्वारा खेतों में एकत्र पानी में मच्छर के प्रजनन रोकने के लिए तथा सिंचाई के वैकल्पिक उपायों पर किसानों को तकनीकी सलाह देना, मच्छर रोधी पौधों का उगाया जाना, पशुपालन विभाग द्वारा सुकर पशुपालकों को अन्य व्यवसाय जैसे पोल्ट्री उद्योग को अपनाने हेतु जागरूक एवं प्रेरित किया जानाभ, सुकर बाड़े मनुष्य आबादी से दूर स्थापित करवाये जाने, दिव्यांग कल्याण विभाग द्वारा एईएस/जेई रोग के उपरांत दिव्यांग हुए बच्चों का चिन्हांकन तथा विकलांग बच्चों हेतु आवश्यक सहायक उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करने संबंधी गतिविधियां संचालित की जाएंगी।
15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक संचालित दस्तक अभियान के तहत घर-घर निगरानी समिति के सदस्य जाएंगे तथा मच्छर जनित संक्रामक रोगों की जानकारी लेंगे यह टीम डेंगू, मलेरिया, इंसेफलाइटिस, चिकनगुनिया, कोरोना मरीजों की पहचान करेगी, बुखार के मरीजों का एंटीजन टेस्ट होगा जो लोग बीमार है उन्हें मेडिकल किट फिर दी जाएगी।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा समस्त संबंधित विभागों के अधिकारियों को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत निर्धारित गतिविधियां बेहतर ढंग से संचालित किए जाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान के तहत ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, अध्यापकों,आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का संवेदीकरण कर लिए जाने का निर्देश दिया। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नालियों की साफ-सफाई, फागिंग, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता का कार्य सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया।
बैठक में कॉविड टीकाकरण की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा प्रथम डोज के बाद दूसरे डोज से छूटे 3 लाख 98 लोगों का शत प्रतिशत टीकाकरण किए जाने का निर्देश दिया। प्रतिदिन लक्ष्य निर्धारित कर टीकाकरण किए जाने का निर्देश दिया गया।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा विशेष मिशन इंद्रधनुष, नियमित टीकाकरण,पल्स पोलियो अभियान की समीक्षा की गई एवं आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील कुमार , अपर सीएमओ डॉ एके सिंघल, जिला पंचायत राज अधिकारी निलेश प्रताप सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, समस्त ब्लॉकों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी समस्त अधिशासी अधिकारी, यूनिसेफ के जिला समन्वयक शिखा श्रीवास्तव तथा अन्य संबंधित अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित रहे।