सहारा जीवन न्यूज
नेपाल। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस नेपाल के कोर ग्रुप की मीटिंग डॉ पूनम कर्ण की अध्यक्षता में काठमांडू में संपन्न हुई,जिसमें नेपाल में जीकेसी की सांगठनिक गतिविधियों के लिए एक रोडमैप पर विस्तार से चर्चा हुई।इस अवसर पर जीकेसी यूएई के अध्यक्ष एवं अंतर्राष्ट्रीय सह संगठन प्रभारी श्री मितेश कर्ण के साथ साथ श्री कौशल कुमार दास एवं अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी शामिल थे। कोर कमिटी की बैठक काठमाण्डू स्थित नेपाल भारत मैत्री संगत भवन होटेल आनन्द, तिलगंगा में बड़े ही गर्मजोशी से सम्पन्न किया गया। इस बैठक में बहुत ही सक्रिय जी के सी नेपाल अध्यक्षा एवम् अन्तरराष्ट्रीय महिला प्रकोष्ठों के सह प्रभारी डॉक्टर पूनम कर्ण ने अध्यक्षतता की जिसमें जी के सी अध्यक्ष -यू ए ई -दुबई तथा समस्त अन्तरराष्ट्रीय इकाइयों के सह प्रभारी इंजीनियर मितेश कुमार कर्ण जी ने जी के सी की उदार नीतियाँ तथा स्पष्ट विज़न तथा मिशन पे जोड़ देते हुए तमाम प्रश्नो को जवाब दिया। ई. कर्ण ने नेपाल में अभी तक जी के सी की निरन्तर हुई उपलब्धियाँ, मूल्यांकन, विश्व स्तर पे जी के सी की अपनी अद्वितीय पहचान, अन्य संगठनों से पृथक् अस्तित्व एवम् उड़ान पे जोड़ दिया। उन्होंने तमाम बड़ी एवम् छोटी कायस्थ संगठनों को एकीकृत कर सही समन्वय हेतु प्रयत्न जारी करने हेतु मार्ग दर्शन दिया। डॉक्टर पूनम ने जी के सी की विस्तार एवम् सदस्यता अभियान पे सक्रिय भूमिका हेतु कोर कमिटी के तमाम उपस्थित तथा अनुपस्थित प्रभावशाली व्यक्तित्वों से आग्रह की और उसके हेतु शक्ति संचय निवेदन की। मीटिंग में उपस्थित श्री डॉक्टर कुमार कौशल, श्रीमती रूबी दास, श्रीमती अजन्ता दास दत्त ( शिक्षाविदुषी), श्रीमती डॉक्टर हेमु मल्लिक, श्री डॉक्टर सुमन, श्री सतीश कर्ण ( महालेखा परीक्षक), श्री रमन कर्ण ( प्रतिष्ठित कानूनविद, लॉअर) श्री चन्द्रकांत कर्ण ( सूचना तकनीकज्ञ) , श्री हीरेंद्र लाल कर्ण ( अर्थविद्), श्री रौशन श्रीवास्तव ( सूचना तकनीकज्ञ एवम् प्रतिष्ठित व्यवसायी), सबों ने अपना अपना मूल्यवान विचार रखी। अतिशीघ्र कुछ छोटी छोटी इवेंट तथा योजनाबद्ध हो बड़ी कार्यक्रम करने की घोषणा की।इंजीनीयर मितेश कुमार कर्ण ने सभी विद्वान कोर कमिटी के सदस्यगणो से अपनी ऊर्जा एवम् सदगुणो से भड़ा नेटवर्क के माध्यम से जी के सी को आर्थिक एवम् सांगठनिक शक्ति संचय तथा पथ प्रशस्त करने हेतु गर्मजोशी के साथ अग्रसर हो कायस्थ समाज तथा पिछड़ा वर्ग कल्याणार्थ महत्वपूर्ण कार्ययोजना बनाकर डॉक्टर पूनम एवम् सम्पूर्ण टीम को सफल होने के लिए व्यस्तता के बावजूद सक्रिय भूमिका के लिए निवेदन किया।