सहारा जीवन न्यूज़
सुल्तानपुर-फाइलेरिया कि ला इलाज बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता का अभियान शुरू किया गया इन्होंने इस लाइलाज बीमारी से सम्बन्धित बताया। पैरों में हो रहे बार-बार सूजन को कुछ लोग अभी भी नजरअंदाज कर रहे हैं। मरीज बिना डॉक्टर को दिखाए और जांच कराएं मेडिकल स्टोर से दवा लेकर अस्थाई समाधान पा रहे हैं। वहीं C.M.O ने बताया कि फाइलेरिया को लेकर लगातार जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे है। समय-समय पर एमडीए (सर्व जन दवा सेवन) अभियान के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया की रोकथाम के लिए दवा भी खिलाई जा रही हैं। परंतु अभी भी कहीं ना कहीं लोगों में जागरूकता का अभाव दिखाई दे रहा है। मुख्य चिकित्साधिकरी डा.ओमप्रकाश चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार ने 2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा है।उन्होंने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सामुदायिक स्तर पर लोगों का जागरूक होना जरूरी है। फाइलेरिया कभी ना ठीक होने वाली बीमारी है। यदि एक बार हो गया तो उसे ठीक नहीं किया सकता है। इसलिए जरूरी है कि समय पर इसकी पहचान करके इस बीमारी को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया से बचाव और रोकथाम के लिए साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा एल्बेंडाजोल और डीईसी का सेवन कराया जाता है। ताकि लोगों में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी समाप्त हो जाए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि फाइलेरिया रोकथाम के लिए जो भी अभियान चलाए जा उसमे सभी जागरूक हो और घर मे सभी परिवार के सदस्यों को दवा अपने सामने दे।