अमेठी। प्रभु श्री राम की इच्छानुसार अक्टूबर 1990 में श्री राम जन्मभूमि (श्री अयोध्या धाम) के कारसेवा के आवाहन में जनपद के जिला मुख्यालय गौरीगंज से जो कारसेवक भाई बंधु स्व सरपंच दादा पहाड़गंज व स्व श्रीनिवास अग्रवाल गौरीगंज एवं समाज सेवी श्री दलजीत सिंह जी गौरीगंज के साथ जेल गए थे उन सभी कारसेवकों या उनके परिवारीजनों का संगोष्ठी कर स्वागत सत्कार माला,पटका पहनाकर, श्रीमद्भागवत गीता(मथुरा में भी भव्य श्रीकृष्ण मंदिर बने के आशय से) भेंट कर किया गया।
इस कार्यक्रम में जेल जाने हेतु आतुर कारसेवक बांधुओं को तत्कालीन एस ओ गौरीगंज श्री बीएन राय द्वारा बार-बार आग्रह करने पर भी इन कारसेवकों में से कोई भी व्यक्ति वापस अपने घर जाने को तैयार नहीं हुआ, जिससे सभी को राय साहब द्वारा सुल्तानपुर जेल भेजना पड़ा।
जेल से छूटने के समय का चित्र,अन्य स्मरण को याद करते हुए चन्दईपुर निवासी श्री शिवनायक पाण्डेय जी ने बताया कि हम सब में सदैव यह स्वप्न रुप में जागृति रहा कि श्रीराम मंदिर बने और वर्तमान में स्वप्न पूर्ण हो रहा है।
इसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कारसेवा कर जेल के दिनों को याद करते हुए श्री दलजीत सिंह जी कहते हैं कि हम सब के द्वारा किया गया प्रयास 1984,1990 1992 और तमाम झंझावातों को पार कर वर्तमान में श्रीराम जी का भव्य मंदिर,श्रीअयोध्या धाम में बन रहा है इससे हम सबको आत्मिक संतुष्टि मिल रही है कि हम सब ने सही दिशा में सार्थक प्रयास किया और आज श्रीमद्भगवत गीता देकर हम अग्रिम कार्य हेतु श्रीकृष्ण जी की जन्मस्थली मथुरा में भी भव्य श्री कृष्ण जी का मंदिर बनाने की ओर अग्रसर होवें ऐसा अपने नेतृत्व और प्रभु में अटूट आस्था के कारण यह भी अति शीघ्र पूरा हो ऐसी कामना प्रभु से करते हैं।
यह कार्यक्रम 36 वर्ष पूर्व श्रीराम मंदिर की परिकल्पना निमित्त किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कार सेवा में जेल गए जिया का पुरवा,रोहंसी बुजुर्ग निवासी श्री राघव राम मिश्र, गौरीगंज बाजार निवासी स्व•श्रीनिवास अग्रवाल जी के पुत्र श्री अजय अग्रवाल,हीननई के श्री बजरंग सिंह परिहार,अत्तानगर श्री अजय प्रताप सिंह(श्री रविंद्र प्रताप सिंह अत्ता नगर के पुत्र),तेज बहादुर सिंह,श्री राज नारायण मिश्र धनीजलालपुर,पूरे सोमवंशी सैंठा के श्री गोविन्द सिंह,चन्द ईपुर के स्व• राम प्रसाद चौहान के पुत्र श्याम लाल जी,स्व• गोविन्द प्रसाद मिश्र के पुत्र श्री द्वारिका प्रसाद जी,स्व• दद्न नाई के पुत्र सुमित शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।