दिलीप श्रीवास्तव सहारा जीवन न्यूज
अंबेडकरनगर। जिले की सामाजिक कार्यकर्ता संध्या सिंह जो महिलाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। संध्या सिंह को मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस सम्मानित करेंगे। अपनी पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के साथ समाज में अपनी एक अलग पहचान और स्थान बनाया है। पर्यावरण, शिक्षा और रक्तदान समेत जरूरतमंदों की मदद में अक्सर प्रमुख भूमिका निभाने वाली समाजसेवी संध्या सिंह समीप को मुंबई के प्रसिद्ध वाग्धारा सम्मान के लिए चयनित किया गया है। समारोह आगामी 16 जनवरी को अंधेरी वेस्ट मुंबई के मॉडल टाउन स्थित मुक्ति ऑडिटोरियम में होगा।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस बतौर मुख्य अतिथि संध्या समेत अन्य अवॉर्डी को सम्मानित करेंगे। इसमें फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा,वीरेंद्र सक्सेना, अभिनेत्री कंचन अवस्थी, सीमा के साथ ही अलग अलग क्षेत्र की महत्वपूर्ण हस्ती शामिल हैं। वाग्धारा देश की अग्रणी एवम बहुचर्चित संस्था है। संस्था अध्यक्ष डॉ0 वागीश सारस्वत के नेतृत्व में 1985 से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगो को समय समय पर सम्मानित कर हौसला बढ़ाने का कार्य कर रही हैं।
आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ वागीश की अगुवाई में होने वाले समारोह में संध्या को वाग्धारा यंग अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित होने का मौका मिलने पर जिले के लोगों ने खुशी का इजहार किया है। इनमें युवान फाउंडेशन अध्यक्ष प्रवीण कुमार गुप्ता, अंकित अग्रहरि, विकास गुप्ता, विक्की गुप्ता, अभिनव वर्मा, सत्य प्रकाश आर्य, परमेश्वर गुप्ता, पंख संस्था अध्यक्ष अंशु बग्गा, राजन सुमन, प्रदीप सैनी, डॉ0 प्रतिमा दास, जन शिक्षण केंद्र सचिव पुष्पा पाल, सुषमा पाल, नीलेश यादव, नीरज मौर्य, काजल गुप्ता, नीलम पाण्डेय, डॉ0 प्रियंका तिवारी, मो रेहान रामनगर, मो इसहाक अंसारी, आशुतोष सिंह जलालपुर, ओम प्रकाश, कपिल देव शर्मा एवम अन्य लोग शामिल हैं।
उधर सम्मानित होने का पत्र आने की खुशी साझा करते हुए संध्या सिंह ने कहा कि कभी कभी जीवन की कठिन परिस्थितियों के आगे व्यक्ति हार मान लेता है लेकिन जब उन परिस्थितियों से लड़कर तपकर कोई बाहर निकलता है तो वह और खरा सोना बन जाता है। उन अनुभवों से सीखकर समाज के लिए कुछ करना और दूसरो के चेहरे पर मुस्कान लाना वास्तव में बहुत बड़ा कार्य हैं और सेवा कर सम्मान पाना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इससे हमें आगे और बेहतर ढंग से लोगों के बीच सकारात्मक काम करने की प्रेरणा मिलती है। यह सम्मान माता पिता को समर्पित जिनकी सीख की वजह से इस सफलता के सफर को तय कर पाई हूं।