अमेठी – तहसील में एंटीकरप्शन की टीम ने पांच हजार रुपये रिश्वत लेते हुए मंगलवार को राजस्व निरीक्षक को गिरफ्तार किया है। अमेठी कस्बे के खेरौना गांव निवासी रवि शुक्ला एडवोकेट की भूमि संग्रामपुर के नेवादा कनू गांव में है। आरोप है कि वह भूमि की पैमाइश के लिये काफी दिनों से राजस्व निरीक्षक दुर्गाप्रसाद मिश्रा के पास चक्कर लगा रहे थे। राजस्व निरीक्षक ने पैमाइश के बदले दस हजार रुपये की मांग की थी।
अधिवक्ता रवि शुक्ला ने बताया कि उन्होंने पांच हजार देने की बात कही जिस पर उन्होंने पैसे का इंतजाम करके तहसील आकर मिलने की बात कही थी। इसकी सूचना अधिवक्ता ने एंटीकरप्शन टीम को दी थी टीम ने अधिवक्ता को मंगलवार दो बजे राजस्व निरीक्षक के पास भेजा।
अधिवक्ता ने फोन किया तो राजस्व निरीक्षक सीओ कार्यालय के सामने आ गए। अधिवक्ता ने कुछ देर बात करके राजस्व निरीक्षक को पांच हजार पकड़ा दिया। इसी बीच आसपास खड़े एंटीकरप्शन टीम के सदस्यों ने पांच हजार रुपये के साथ पकड़ लिया।
टीम के पकड़ने के बाद राजस्व निरीक्षक पैसा फेंकने का प्रयास करने लगा लेकिन ऐसा वह कर नहीं सका। टीम राजस्व निरीक्षक को पकड़कर जिला मुख्यालय ले गई है। शिकायत कर्ता के मुताबिक वह कई माह से परेशान थे लेकिन राजस्व निरीक्षक बिना पैसे के कोई कार्य करने को राजी नहीं थे जिस पर मजबूरन एंटीकरप्शन की टीम से शिकायत करनी पड़ी।
आपको हटा दें कि संग्रामपुर और भादर सर्किल की जिम्मेदारी
राजस्व निरीक्षक दुर्गाप्रसाद मिश्रा के पास थी। वह टीम द्वारा पकड़े जाने के पहले तक वह मंगलवार को तहसील के अपने कार्यालय में कार्य कर रहे थे। घटना के समय एसडीएम प्रीति तिवारी मुंशीगंज में थीं। उन्होंने कहा कि इस मामले की मुझे जानकारी नही है तहसील आकर जानकारी की जायेगी। रिपोर्ट आने पर राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। राजस्व निरीक्षक दुर्गा प्रसाद मिश्रा इसी माह 30 जून को सेवा निवृत्त होने वाले थे। एंटी करप्शन टीम की कार्यवाही से तहसील कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा है। तहसील परिसर में घूसखोरी व भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाएं जोरों पर रही हैं।