सहारा जीवन न्यूज
अमेठी 19 जुलाई 2022 । बच्चों में बढ़ते कुपोषण की रोकथाम, शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 जुलाई 2022 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके साथ ही 25 से 27 जुलाई उक्त मॉक अप दिवस का भी आयोजन किया जायेगा। उक्त जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी विमलेंदु शेखर ने दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को आंगनबाड़ी केंद्रों व घर-घर जाकर पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेन्डाजाल गोली निःशुल्क खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जनपद में 618944 बच्चों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके सापेक्ष 650000 एल्बेंडाजोल की गोलियां प्राप्त हो चुकी हैं। 1 से 2 वर्ष तक के बच्चे को ऐल्बेण्डाजोल 400 एमजी की आधी गोली पीसकर एवं 3 से 19 साल के बच्चे को 1 गोली चबाकर खाने को दी जाएगी। बच्चों को स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी। यह अभियान साल में दो बार चलाया जाता है । यह दवा पूर्णतया सुरक्षित है। जो बच्चे स्वस्थ दिखें उन्हें भी ये खिलाई जानी है क्योंकि कृमि संक्रमण का प्रभाव कई बार बहुत वर्षों बाद स्पष्ट होता है। दवा से पेट के कीड़े मरते हैं इसलिए कुछ बच्चों में जी मिचलाना, उल्टी या पेट दर्द जैसे सामान्य छुट-पुट लक्षण हो सकते हैं। जो बच्चे बीमार हैं या कोई अन्य दवा ले रहे हैं उनको ये दवाई नहीं खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि शरीर में कृमि संक्रमण से शरीर और दिमाग का संपूर्ण विकास नहीं होता है। कुपोषण और खून की कमी होने से हमेशा थकावट रहती है। भूख ना लगना, बेचैनी, पेट में दर्द, उल्टी-दस्त व वजन में कमी आने जैसी समस्याएं हो जाती हैं। बच्चों में सीखने की क्षमता में कमी और भविष्य में कार्यक्षमता में भी कमी आ सकती है। अभियान में शिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। कृमि संक्रमण से बचाव- खुली जगह में शौच न करे। खाने से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ धुले। फलों और सब्जियों को खाने से पहले पानी से अच्छी तरह धोएं। नाखून साफ व छोटे रहें, साफ पानी पीएं, खाना ढक कर रखें और नंगे पांव बाहर ना खेलें, हमेशा जूते पहनकर रखें।