सहारा जीवन बल्दीराय/सुल्तानपुर- तहसील क्षेत्र के पटैला गांव में बाबा शहीद मर्द की मजार पर दो दिवसीय उर्स का आयोजन किया गया था उर्स के मौके पर जश्ने ईदमिलादुन्नबी (जलसे) की शुरुआत तिलावते कुरान शरीफ पढ़ कर शुरू हुआ,जश्ने ईद मिलादुन्नबी में जामे अरबिया सुलतानपुर के प्रिंसिपल मौलाना मो० अहमद वारसी ने सीरते नबी पर प्रकाश डाला।मुकर्ररे-खुशुसी मौलाना अहमद उल्ला हशमती ने इस्लाम में औरतों के हुक़ूक़ पर रोशनी डाली।शायर,जम जम कौसर,इब्ने वफ़ा,दिलकश सुलतानपुरी, फिरोज अहमद व हाफ़िज़ रहमान ने नबी की शान में कलाम पेश किया।जलसे की शदारत जनाब इरशाद अहमद(खादिम बाबा मीर शाह) क़यादत मौलाना नजीरुद्दीन साहब, हिमायत हाफ़िज़ गुलाम रब्बानी ने की।उर्स में मुंबई,नागपुर,दिल्ली, मध्य प्रदेश ,लखनऊ आदि शहरों से भारी संख्या में जायरीन बड़ी ही अकीदत के साथ उर्स मे शामिल होते हैं। मेले के प्रथम दिन विशाल घुड़दौड़ व रात में तकरीर का कार्यक्रम मेले के दूसरे दिन जश्ने ईद मिलादुन्नबी मनाया गया।जलसे में रात्रि को जवाबी क़व्वाली का आयोजन किया गया मशहूर क़व्वाल ताहिर चिश्ती ने-भर दो झोली मेरी या मोहम्मद,लौट कर न मैं जाऊंगा खाली,पढ़ कर खूब सराहना बटोरी।क़व्वाली गायिका शाहनवाज वारसी आगरा ने-दमा दम मस्त कलंदर,अली दम पहला नम्बर पढ़ा तो सारे श्रोता झूम उठे।उर्स में प्रत्येक दिन लंगरे-आम का आयोजन होता है जिसमें जायरीन लंगर का लुत्फ भी उठाते हैं।मेले की इंतजामिया कमेटी के अलावा बल्दीराय पुलिस भी मेले में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए मौजूद रहती है। उर्स का आयोजन सैय्यद मीर शाह ट्रस्ट मुंबई द्वारा किया गया।संचालन पूर्व प्रधान निसार अहमद ने किया। कार्यक्रम में इसौली विधायक के भाई सोनू,शिवकुमार सिंह ब्लॉक प्रमुख बल्दीराय, मुस्तकीम खान,मुस्फीक अहमद,सन्नी,बन्ने प्रधान,अकरम प्रधान ,पप्पू भाई सूट संसार,राशिद, कलाम कोटेदार, सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।