सहारा जीवन न्यूज
रायबरेली। प्रधानमंत्री जी के स्वप्न परियोजना राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे 100 दिवसीय सघन टीबी खोज अभियान को सफल बनाने में विभाग के द्वारा समाज के सभी समुदाय के लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। आपको अवगत करते हुए प्रसन्नता हो रही है नित नए लोग नि:क्षय मित्र बनकर अभियान को सफल बनाने में लगातार शामिल हो रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नवीन चंद्रा ने कहा कि क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में समाज के हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक देश से क्षय रोग उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। इसकी प्राप्ति के लिए समाज के हर एक वर्ग को मिलकर कार्य करना होगा।
डॉ. अनुपम सिंह जिला, जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब सामुदायिक स्तर पर क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम चलाकर जनभागीदारी बढ़ाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि टीबी रोग की समय पर जांच से टीबी के रोग को फैलने से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, इसका इलाज संभव है। लक्षण दिखने पर मरीज को तुरंत अपनी जांच करवानी चाहिए।
जिला कार्यक्रम समन्वयक अभय मिश्रा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पहल पर जिले में ‘निक्षय मित्र’ कार्यक्रम के जरिए टीबी को खत्म करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत निक्षय मित्र बनने वाले मरीजों को पोषण, डायग्नोस्टिक के स्तर पर मदद की जा रही है। जिला क्षयरोग अधिकारी ने कहा कि सिमहंस हॉस्पिटल नि:क्षय मित्र बनकर गोद लेने की एक्टिविटी में भी शानदार सहभागिता रही है। इसी क्रम में सिमहंस हॉस्पिटल के निदेशक डॉ मनीष सिंह चौहान ने 22 मार्च 2025 तक, जब तक 100 दिवसीय टीबी बी खोज अभियान चल रहा है, प्रत्येक बुधवार को 10 से 5 व प्रतिदिन 1 घंटे 60 साल के ऊपर के बुजुर्गों व शुगर वाले मरीज, लो बीएमआई मरीजो का नि:शुल्क एक्स-रे की सुविधा दी जाएगी। इस मौके पर डब्लू एच ओ कंसल्टेंट डॉक्टर कार्ति विजय की मौजूदगी रही उन्होंने कहा कि यह एक शानदार पहल कर समाज को एक संदेश दिया है। इस मौके पर मनीष श्रीवास्तव, अतुल वर्मा आदि मौजूद रहे।