सहारा जीवन न्यूज
अमेठी। गांधी परिवार की विरासत और अमेठी के रिश्ते को और मजबूत करते हुए कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी को काफी लम्बे अंतराल से हराते हुए विजय श्री का तोहफा गांधी परिवार के खाते में डाल दिया। कांग्रेस प्रत्याशी के एल शर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चुनाव हरा कर राहुल गांधी की हार का बदला लिया।एक बात और महत्त्वपूर्ण है कि स्मृति ईरानी अपना बूथ मेदन मवई गांव गौरीगंज विधानसभा भी हर गई। सुबह से कांग्रेस प्रत्याशी की बढ़त अंत में जीत में बदल गई।कांग्रेस की जीत से अमेठी कांग्रेस में जश्न का माहौल दिखाई पड़ा।एक लाख से अधिक की लीड होते ही कांग्रेस कार्यालय में खुशी का माहौल दिखाई पड़ने लगा। शुरुवात में विधानसभा गौरीगंज 3266 और जगदीशपुर 3724 में स्मृति ईरानी की बढ़त की शुरुवात हुई लेकिन अमेठी में 4030 सलोन 5706 और तिलोई 3210 मत प्राप्त कर कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने प्रथम राउंड में ही 4048 मत की बढ़त बना ली। लेकिन मतगणना का कार्य जैसे जैसे आगे बढ़ता रहा वैसे वैसे किशोरी लाल शर्मा अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी स्मृति ईरानी को काफी पीछे कर दिया। कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी को करीब एक लाख 66 हजार 22 वोटों से हरा दिया।
कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा को तिलोई में 101405 अमेठी में 105983 सालोन में 119370 जगदीशपुर में 101308 गौरीगंज में 108426 मत प्राप्त हुए। भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी को तिलोई में 83287अमेठी में 59294 सालोन में 67052 जगदीशपुर में 85789 गौरीगंज में 75048 मत प्राप्त हुए।
कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी में कांग्रेस ने लोक सभा चुनाव में शानदार वापसी की है।इस बार कांग्रेस ने अमेठी से गांधी परिवार के बेहद करीबी के एल शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा था।वही बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अमेठी से तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा था।साल 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनाव हरा कर उनकी पारंपरिक सीट छीन लिया था।इस बार कांग्रेस ने नामांकन के अंतिम दिन किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतार कर सबको चौका दिया था।सुबह 8:00 बजे से मतगणना शुरू हुई प्रथम चक्र में कांग्रेस बीजेपी से आगे हो गई जैसे-जैसे वोटो की गिनती आगे बढ़ती गई वैसे-वैसे कांग्रेस प्रत्याशी के जीत का अंतर भी बढ़ता गया अंततः कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी को चुनाव हराकर पुनः अमेठी की सीट पर कब्जा कर लिया। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में 54.34 प्रतिशत हुआ मतदान हुआ था। जिसमे 483188 पुरुष, 492861 महिला, 04 थर्ड जेंडर तथा कुल 976053 मतदाताओं ने किया अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।कांग्रेस की पारंपरिक सीट पर बीजेपी ने पहली बार 2014 में स्मृति ईरानी को टिकट देकर राहुल गांधी के मुकाबले चुनावी मैदान में उतारा था ।फिलहाल इस बार स्मृति ईरानी चुनाव हार गई थी फिर भी वह अमेठी में डटी रही ।बीजेपी ने साल 2019 में स्मृति ईरानी को बीजेपी से उम्मीदवार बनाया इस बार स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को लगभग 55000 वोटो से पराजित कर दिया 2024 के चुनाव में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ा कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को कांग्रेस से उम्मीदवार बनाया। इस बार स्मृति ईरानी कांग्रेस प्रत्याशी के एल शर्मा से चुनाव हार गई। कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा को कुल 528239 मत प्राप्त हुआ।वही बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी को 372032 मत मिले।कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी को 167196 मतों से शिकस्त दिया। वही बीएसपी उम्मीदवार नन्हे सिंह चौहान 34534 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। 9383 लोगों ने इस चुनाव में नोटा को पसंद किया। जानकारी के अनुसार 2024 के चुनाव में राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने की हर ओर से आवाज उठी। हर कोई यह मानकर चल रहा था कि राहुल गांधी ही चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेसियों ने धरना तक दिया था। नामांकन के अंतिम दिन एकाएक गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को चुनावी मैदान में उतार दिया गया। पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में राहुल गांधी ने अखिलेश यादव के साथ पहुंचकर सभा कर माहौल बनाया। हर एक मुद्दे पर बेबाकी से बात की। नतीजा यह रहा कि अमेठी वासियों के दिलोदिमाग पर गांधी परिवार का जादू एक बार फिर छा गया।
प्रियंका खुद बन गई थी सारथी।
भले ही उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा रहे हो लेकिन यहां की पूरी चुनाव की बागडोर प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाल रखी थी। नामांकन के समय पहुंचकर उन्होंने इस बात का संकेत दिया था। गांव-गांव नुक्कड़ सभा व रोड शो करके उन्होंने अमेठी वासियों से दिल का रिश्ता जोड़ा। पिता राजीव गांधी के साथ अमेठी आने की याद दिलाई। उस वक्त को याद किया। पिता व दादी की शहादत का जिक्र करने के साथ विकास योजनाओं की गिनती गिनाई। नतीजा यह रहा कि अमेठी उनके भरोसे की कायल हो गई। राहुल गांधी वर्ष 2004, 2009 व 2014 में लगातार तीन बार यहां से चुनाव जीते। हालांकि वर्ष 2019 के चुनाव में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने 55 हजार वोटों के अंतर से हराया था।