लखनऊ – दो महीने से लापता युवती पूजा का शव सपा के पूर्व राज्य मंत्री के प्लॉट से बरामद किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ है,
पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पूजा की हत्या गला दबाकर की गई है। गला इतनी जोर से दबाया गया कि उसके गले की हड्डी तक टूट गई। रॉड मारकर सिर भी फोड़ दिया गया। इस मामले में एसपी ने इंस्पेक्टर कोतवाली अखिलेश पांडेय को निलंबित कर दिया है। वहीं, एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ शहर से स्पष्टीकरण मांगा है।
उधर, इस प्रकरण पर सियासत भी शुरू हो गई है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने अखिलेश यादव से सवाल पूछा, क्या यही नई सपा है? यह नई सपा नहीं, वही सपा है, जिसमें समाजवादी पार्टी के गुंडे अपराध करते थे और उनका संरक्षण किया जाता था’।
इस पर समाजवादी पार्टी ने जवाब दिया है। कहा, ‘BJP राज में अन्याय तले फिर उन्नाव में बेटी से जघन्य अपराध हुआ। दलित बेटी की हत्या के लिए CM जिम्मेदार हैं। हत्यारोपी का सपा से कोई नाता नहीं है। मिशन शक्ति का प्रचार करने वाली सरकार में बेटी की गुहार नहीं सुनी गई। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना है। दोषियों को कठोरतम सजा मिले’।
इतनी तेज गला दबाया कि हड्डी ही टूट गई
पूजा के शव का तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। डॉ. अजित सिंह, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. निधि दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। युवती की गला दबाकर हत्या की गई है। गला भी इतनी जोर से दबाया गया कि हड्डी ही टूट गई। सिर पर गंभीर चोट के निशान हैं, जो किसी रॉड या डंडे से घातक वार करने के हैं। रिपोर्ट में युवती की मौत गला दबाने, सिर पर डंडे से चोट करने और दम घुटने के कारण होने की बात सामने आई है। डॉक्टरों का मानना है कि पूजा का दम तड़प-तड़पकर निकला होगा।
यह है पूरा मामला
जनपद उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में रहने वाली दलित महिला रीता की 25 वर्षीय बेटी पूजा 8 दिसंबर 2021 से गायब थी। इसके बाद पीड़ित मां ने 9 दिसंबर को सपा के पूर्व राज्य मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह के खिलाफ तहरीर देते हुए बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। मामला सपा के पूर्व राज्यमंत्री और कद्दावर नेता रहे फतेह बहादुर के बेटे से जुड़ा होने के चलते पुलिस लगातार हीलाहवाली करती रही। मामला SC-ST से जुड़ा हुआ था, फिर भी सीओ कृपा शंकर ने मुकदमे में जांच करने के लिए 33 दिन लगा दिए और 11 जनवरी को विवेचना अपने हाथों में ले ली।
कार्रवाई के नाम पर सबकुछ रहा जीरो
बेटी के लापता होने के बाद कोई ठोस कदम न उठाए जाने और आरोपी राजोल सिंह के खुलेआम घूमने को लेकर पीड़ित मां कई बार आला अधिकारियों से मिली, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सब कुछ जीरो रहा। अंत में जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो 25 जनवरी को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूदकर पीड़ित मां ने सुसाइड करने की कोशिश की।
उन्नाव की पूजा के साथ हैवानियत के सबूत:गले की हड्डी तोड़ी, सिर पर रॉड मारी; तड़प-तड़प मरी 25 साल की बेटी, पूर्व मंत्री के बेटे ने किया था अगवा