– पूरे मई माह चलेगा “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान
– पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए आयरन, कैल्शियम, फ़ॉलिक एसिड, अल्बेंडाज़ोल और आई.एफ.ए. का होगा वितरण
सुल्तानपुर, 30 अप्रैल 2022 । गर्भावस्था और प्रसव पश्चात् महिलाओं को पोषण की अधिक आवश्यकता होती है । इसमें पौष्टिक भोजन के साथ ही सूक्ष्म पोषक तत्वों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग एक कदम और बढ़ाते हुए “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान शुरू कर रहा है । इसके तहत एक मई से 31 मई तक गर्भवती और धात्री महिलाओं को सूक्ष्म पोषक तत्व फ़ॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, अल्बेंडाज़ोल और आई.एफ.ए.की गोलियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान के तहत प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिला तक आयरन, कैल्शियम, अल्बेंडाज़ोल व फ़ॉलिक एसिड की गोलियों की उपलब्धता के साथ ही समय से गोलियों के सेवन और उसके लाभ पर जागरूकता पैदा की जाएगी । उन्होंने कहा कि एक मई से समस्त ब्लॉक, ग्रामीण एवं जनपद स्तर पर अभियान का शुभारम्भ किया जायेगा ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आर.सी.एच. के नोडल अधिकारी डॉ. राधावल्लभ ने बताया कि एक मई से 24 मई तक समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओ.पी.डी./आई.पी.डी., मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पी.एम.एस.एम.ए.) दिवस व ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वी.एच.एस.एन.डी.) सत्र के माध्यम से जन जागरूकता एवं आयरन, कैल्शियम, अल्बेंडाज़ोल, आई.एफ.ए. व फ़ॉलिक एसिड की गोलियों के वितरण के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य व पोषण सेंवायें दी जायेंगी । 25 मई से 31 मई तक- मॉप अप सप्ताह में क्षेत्र की छूटी हुयी गर्भवती व धात्री महिलाओं को दवायें उपलब्ध करायी जायेंगी।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता सुजीत मौर्य ने बताया कि जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत अभियान के रूप में एक और कदम बढ़ाते हुए गर्भवती और धात्री महिलाओं को दवाईयां उपलब्ध करायी जायेंगी । अभियान के तहत 31 मई तक 36 हज़ार 579 गर्भवती और 32 हज़ार 920 धात्री महिलाओं को औषधि वितरण का लक्ष्य है । जिन महिलाओं का हीमोग्लोबिन 7 ग्राम से कम होगा उन्हें आयरन स्युक्रोज़ ट्रांसफ्यूज़न के लिए स्वास्थ्य इकाइयों पर संदर्भित भी किया जायेगा । “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान के तहत सभी चिकित्सा अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम एवं एचईओ तथा शहरी क्षेत्र के नोडल अधिकारी एवं यूएचसी का अभिमुखीकरण किया जा चुका है। अभियान के तहत शुक्रवार को सी.एम.ओ. ऑफिस में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में शहरी क्षेत्र की ए.एन.एम. और आशा कार्यकर्ताओं की बैठक भी की गई ।