सहारा जीवन न्यूज
क्षय रोगी दवा बीच में न छोड़ें, करते रहें पौष्टिक आहार का सेवन
अमेठी, 10 जून 2022। जनपद के 1028 क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत 16 लाख 42 हजार की धनराशि उनके खाते में भेज दी गई है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा राम प्रसाद ने यह जाकारी देते हुए बताया कि क्षय रोगियों को पौष्टिक भोजन के लिए उपचार चलने तक प्रतिमाह पांच सौ रुपये दिये जाते हैं। यह राशि मरीज के खाते में सीधे भेजी जाती है। क्षय रोगी पौष्टिक आहार का सेवन करें और उपचार पूरा होने तक किसी भी हाल में दवा बीच में न छोड़ें।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करना है। उसी दिशा में तेजी से काम चल रहा है। इसी कड़ी में विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तिगत रूप से लोगों ने क्षय रोगियों को गोद लिया है। उनकी तरफ से लगातार पोषण सामग्री बांटी जा रही है। उन्होंने कहा कि क्षय रोगी पोषण सामग्री लेते रहें ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती रहे। रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि रोग को जल्दी खत्म करने में सहायता करती है। दवा और पोषण दोनों ही टीबी से जल्दी छुटकारा दिलाने में सहायक हैं।
जिला क्षयरोग अधिकारी ने टीबी मरीजों से कहा कि वह किसी भी हाल में उपचार पूरा होने तक दवा बीच में बंद न करें। पूरा उपचार किये बिना दवा बंद करना मरीज के लिए घातक साबित हो सकता है। अक्सर मरीज जानकारी के अभाव में बिना चिकित्सकीय परामर्श के इलाज के दौरान थोड़ा सा आराम आने पर दवा छोड़ देते हैं, यह गलत है। इससे टीबी और बिगड़ जाती है। उन्होंने कहा – टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, इसका उपचार संभव है। लगातार उपचार लेने से साधारण टीबी की बीमारी छह माह में ठीक हो जाती है।