एक राष्ट्र एक चुनाव लोकतंत्र को स्थायित्व,पारदर्शिता और कुशल शासन की दिशा में अग्रसर करने का माध्यम है-चन्द्रमौलि सिंह
जगेसरगंज,जामों।राजा कान्ह पी.जी. कॉलेज में आज “One Nation One Election” विषय पर एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, बुद्धिजीवियों व जनप्रतिनिधियों की भागीदारी रही। इस संगोष्ठी का उद्देश्य भारत के लोकतांत्रिक ढांचे में एकरूपता, स्थायित्व और सुशासन को बढ़ावा देने पर विमर्श करना था।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भाजपा प्रवक्ता चन्द्रमौलि सिंह ने अपने सारगर्भित वक्तव्य में कहा: “One Nation One Election केवल चुनावों को एक साथ कराने की व्यवस्था नहीं, बल्कि यह लोकतंत्र को स्थायित्व, पारदर्शिता और कुशल शासन की दिशा में अग्रसर करने का माध्यम है। यदि भारत को विश्वगुरु बनाना है, तो हमें समय, संसाधन और राजनीतिक ऊर्जा को केंद्रित करना होगा — एक चुनाव, एक राष्ट्र, एक संकल्प के साथ।”
उन्होंने यह भी कहा कि बार-बार चुनावों के कारण देश की ऊर्जा का विखंडन होता है, जबकि एक साथ चुनाव होने से नीतिगत निर्णयों में तेजी और विकास में निरंतरता संभव होगी।
क्षेत्रीय संयोजक रमेश पटेल ने कहा: “यह पहल भारत के लोकतंत्र में एक नया अध्याय जोड़ सकती है। जब पूरा देश एक समय, एक सोच के साथ मतदान करेगा, तो लोकतंत्र की आत्मा और भी प्रबल होगी।”
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेश सिंह ने भी विचार व्यक्त करते हुए कहा: “छात्रों को ऐसे विषयों पर विमर्श में भागीदारी देकर हम उन्हें न केवल जागरूक नागरिक बना रहे हैं, बल्कि भविष्य के जिम्मेदार नेतृत्व की नींव भी रख रहे हैं।”
इस अवसर पर मंच पर उपस्थित अन्य प्रमुख जनों में सहसंयोजक अभय सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश सिंह, तथा महामंत्री शिवम् मिश्रा सम्मिलित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन राघवेन्द्र सिंह ने किया।
सभी वक्ताओं ने इस विचार पर बल दिया कि “One Nation One Election” से देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया और भी अधिक संगठित, पारदर्शी और परिणाममुखी बन सकती है।
कार्यक्रम में छात्रों ने भी प्रश्न पूछकर विषय की गहराई को समझा, और राष्ट्रहित में सामूहिक चिंतन का परिचय दिया।

Author: Ashok Srivastava
Amethi